इश्क में बदनाम





भोजपुरी पूर्णिका _ इश्क में बदनाम।

दर्द जब हद से बढ़ जाला हाथ से दिल थाम लेवे के पडेला।
हर कोशिश से मिले ना आराम बहाना से काम लेवे के पडेला ।

प्यार में जरूरी ना बा केहू दिल लगाके तोड़ दे सीसा हो जइसे।
लाख लगे ठोकर उनके खातिर इश्क में बदनाम होवे के पडेला।

घर से निकल केहू चली ना त मुकाम तक पहुंची ऊ कईसे।
जब तक मिले ना कामयाबी नाही कबो आराम लेवे के पडेला ।

तोहरी चाहत में बरबाद हो जाई त तोहके का फायदा होई ।
प्यार के बदले प्यार दे इश्क में आशिक नादान बनेके पडेला।

खाली कहला से काम बन जात केहू काहे हाथ पैर चलाई ।
रात दिन काम बनावे खातिर हमेशा बड़ा काम करेके पडेला।

दिल त लगा लिहली तोहसे अंजाम जे भी होई देखल जाई ।
दिल आबाद हो भा बर्बाद दुआ सुबह शाम लेवे के पडेला।

श्याम कुंवर भारती
बोकारो ,झारखंड


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2 Comments

Gunjan Kamal

22-Nov-2023 03:35 PM

👏🏻👌

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Reena yadav

21-Nov-2023 10:44 PM

👍👍

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